आर्थिक संकट से जूझ रहा किसान,सरकार का दुगुनी आय का वादा खोखला-पूर्व जिला प्रमुख।
कैलाश सत्तावन// टोडाभीम//भारत कृषि प्रधान देश है यहां 75 फिसदी आबादी गांवो में निवास करती है यहां देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है जिसे गांवो रहने वाले किसान करते हैं।लेकिन कृषि उत्पादन करने वाला किसान इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रहा है।सरकार पर आरोप लगाते हुए पूर्व जिला प्रमुख करौली एवं प्रगतिशील किसान राजस्थान शिवदयाल मीना ने केंद्र व राज्य सरकार के किसानों की दुगनी आए करने के दावे को खोखला बताते हुए कहा कि साग सब्जियों के दाम लगातार गिर रहे हैं इसमें आलू गोभी मटर टमाटर बैंगन आदि इतने सस्ते हो गए कि किसानों को उनकी तुडवाई तक वसूल नहीं हो रही है उन्होंने कहा कि मंडियों में बिकने वाली जिंसों के दाम भी लगातार गिर रहे हैं सरकार के द्वारा एमएसपी पर खरीदने की बात कही गई थी लेकिन कहीं भी एमएसपी निर्धारित दर पर जींस खरीद नहीं हो रही है।

दूसरी ओर इन दिनों चल रहे विवाह शादियों के दौर के चलते मजबूरन किसानों को सस्ती दरों पर जिंसों को बेचना पड़ रहा है उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र के बजट में भी किसानों को कोई राहत नहीं मिली अब किसानों की राज्य सरकार के आम बजट को लेकर उम्मीद है।सरकार के द्वारा तहसील स्तर पर एमएसपी खरीद केंद्र खोलकर किसानों की जींस की खरीद करनी चाहिए ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके। बालघाट में भी एम एस पी खरीद केंद्र खोला जाना किसानों के हित में होगा।खाद बीज एवं कृषि उत्पादन वृद्धि हेतु उपयोग लिए जाने वाले रसायन, कीटनाशक,कृषि यंत्रों को भी सरकार विशेष सब्सिडी पर उपलब्ध करवाया जाता सुनिश्चित करें।आगामी बजट मे लघु सीमान्त किसानों की ऋण माफी की जानी चाहिए।मीणा ने कहा जिस देश का किसान जितना समृद्ध होगा उस देश की अर्थ व्यवस्था इतनी ही मजबूत होगी। मीणा ने कहा डॉलर के मुकाबले गिर रहा रुपये का मूल्य भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है।



