
वृंदा करात बोली, भाजपा धर्म कि आड लेकर अल्पसंख्यको के खिलाफ आतंक चला रही हैं।
मृतका कि मां व पिता को हरतरह कि सहायता का भी असश्वासन दिया
रामगढ़ (अलवर )करिश्मा चौधरी/ दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ नहीं पुरे थाने पर हत्या का मामला दर्ज होने कि जरूरत है घटना को उनकी पार्टी संसद मे उठायेगी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी नेता वृंदा करात ने भाजपा पर धर्म की आड़ लेकर अल्पसंख्यकों के खिलाफ आतंक का काम करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि रघुनाथगढ़ के पास तेलिया का बस में हाल ही दविश की कार्यवाही में पुलिसकर्मियों की ओर से एक माह की बच्ची की पांव रखने से हुई मौत पुलिस की कार्यवाही नहीं, बल्कि आतंकवादी काम हैं। वृंदा करात मंगलवार को नौगांव थाना क्षेत्र के रघुनाथगढ़ के पास तेलिया का बस में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मीडिया से बात कर रही थी।
कम्युनिस्ट नेता वृंदा करात ने आरोप लगाया कि नौगावा के रघुनाथगढ़ के पास तेलिया का बस में पुलिसकर्मी पीड़ित के घर में बगैर वारंट और बिना नोटिस के दीवार तोड़कर घुसे।उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों ने वहां चारपाई पर सो रही एक माह की बच्ची पर बूट रखकर कुचल दिया। उन्होंने सवाल किया की आखिर पुलिस को ऐसे कृत्य करने की हिम्मत कहाँ से आती है।प्रदेश में यदि सरकार पुलिस के ऐसे कृत्य पर एक्शन ले तो तेलिया का बस जैसी घटनाएं नहीं होगी।लेकिन राजस्थान में संकीर्ण मानसिकता की सरकार काम कर रही है,जो कम्युनिस्ट को टारगेट कर अपनी एजेंडे को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस को ऐसा कृत्य करने की हिम्मत इसलिए आई कि यहां गरीब मजदूर रहते हैं।प्रदेश की भाजपा सरकार धर्म की आड़ लेकर गरीबों के घरों में घुसकर एक वर्ग के खिलाफ ऐसा आतंक का काम कर रही है यह पुलिस का काम नहीं आतंकवाद का काम है।ऐसे कार्य आतंकवादी करते हैं।उन्होंने कहा है कि इस मामले में अभी दो लोगों के खिलाफ हत्या की फिर की गई है। जबकि पूरे थाने के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की जरूरत है।इस कार्रवाई में घर में पांच पुलिसकर्मी घुसे लेकिन बाहर 10 -15 पुलिसकर्मी मौजूद थे उन्होंने कहा कि इस मामले में पूरे थाने को सस्पेंड करने की जरूरत है।कम्युनिस्ट नेता ने कहा कि सरकार को पीड़ित परिवार को मुआवजा देना चाहिए साथ ही सरकार इस गरीब के परिवार की देखरेख के लिए मेकैनिज्म बनाएं।उन्होंने कहा कि इस मामले को उनकी पार्टी की ओर से संसद में भी उठाया जाएगा।
वही वही कांग्रेस की पूर्व विधायक सफिया खान ने इस प्रकरण पर कहा कि इस मामले में गंभीरता से जांच होनी चाहिए। पुलिसकर्मी की ओर से कहीं भी घुसकर कार्यवाही की जाती है। इस तरह की कार्यवाही बंद होनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति गलत कार्य कर रहा है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज है तो दिन में कार्यवाही की जानी चाहिए। इस तरह पुलिस रात में कार्यवाही करती है। यह काम बदमाश है कर करते हैं। पुलिस की इस तरह की कार्यवाही पर रोक लगनी चाहिए।उन्होंने कहा की कार्यवाही न्याय संगत होनी चाहिए और लोगों को उसके अधिकार मिलने चाहिए ।उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार होती है,तभी इस तरह की घटनाएं सामने आती हैम उन्होंने कहे कि कांग्रेस के शासन में हर आदमी को न्याय मिलता है।



