मनरेगा में काम के बदले 500 रूपए मांगने का आरोप
ग्रामीणों ने कोलाना एलडीसी पर लगाए आरोप किया प्रदर्शन ।

बसवा। उपखंड की ग्राम पंचायत कोलाना के पीपली का बास के ग्रामीणो ने मनरेगा में अपना नाम लिखवाने के बाद भी मस्टरोल में नाम नहीं आने पर नाराजगी जताई ओर ट्रेक्टर में भरकर बसवा विकास अधिकारी के यहां पहुंच गए। जहां लोगों ने प्रदर्शन कर मनरेगा सेक्रेटरी पर पांच सौ रू मांगने के गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले को लेकर कोलाना ग्राम पंचायत क्षेत्र के पीपली का बास के ग्रामीणों ने आज बसवा पंचायत समिति में विकास अधिकारी को शिकायत करने पहुंचे थे जहां विकास अधिकारी नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि नरेगा में भाई भतीजावाद के साथ साथ भ्रष्टाचार व्याप्त है । इस दौरान सावित्री देवी गुर्जर ने बताया कि तीन वर्ष में कोलाना ग्राम पंचायत में मनरेगा कार्य मस्टरोल आई है। जिसमें हमारे नाम नहीं होने पर ग्राम पंचायत कोलाना पहुंचे तो मनरेगा सेक्रेटरी के द्वारा नाम के एवज मैं पांच सौ रू की पेशकश की गई। जिस पर हमारे द्वारा मना कर दिया गया। यदि पांच सौ रूपए ही होते तो मनरेगा कार्य करने क्यों आते । वहीं मनरेगा बाबू कोलाना से बात की तो उन्होंने कहा कि ये मन घडन्त आरोप है जो निराधार है। लोगों ने कहा कि पिछले काफी समय से कुछ लोगों की मस्टरोल चलती आ रही है जिसमें जनप्रतिनिधि ओर उसके परिवार के लोगों का तो नाम आता है बाकी ग्रामीणों को नरेगा कार्य का आज दिन तक इंतजार है। इस अवसर पर गेंदा लाल गुर्जर, जयसिंह गुर्जर, बिला देवी, अनीता गुर्जर, रुक्मणी गुर्जर, बादाम गुर्जर, कमली देवी गुर्जर, ममता देवी गुर्जर, संतरा देवी गुर्जर, गुलाब देवी गुर्जर, तोफली देवी गुर्जर, विमला देवी गुर्जर, अंजू देवी गुर्जर, पार्वती देवी गुर्जर, शीला देवी, पूजा, सुनीता, देवी गुर्जर, मंजू देवी गुर्जर ,शीला देवी गुर्जर ,मनुष्य देवी गुर्जर, विमला देवी गुर्जर ,राजेंद्र गुर्जर, संगीता देवी गुर्जर सहित दो दर्जन महिला व पुरुष मौजूद रहे।
इनका कहना है –
विकास अधिकारी से जब मामले को लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो भी आरोप नरेगा बाबू पर लगाए गए हैं वो निराधार है । वहीं जो वर्तमान में मस्टरोल आई है उसमें 25 लोगों का ही नाम है , आज मैंने नई मस्टरोल जारी की है जिसमें कल से ओर लोगों को भी काम मिल सकेगा । ( मातादीन मीणा – बीडीओ बसवा



